भाव अर्पित,राग अर्पित

शब्दों का मिजाज अर्पित
छंद, मुक्त, सब गान अर्पित
और तुझे क्या मैं अर्पण करूं।
नाम अर्पित, मान अर्पित
रिश्तों का अधिकार अर्पित
रुचियाँ, खेल तमाम अर्पित
और तुझे क्या मैं अर्पण करूँ
शाम अर्पित,रात अर्पित
तारों की बारात अर्पित
आधे अधूरे ख्वाब अर्पित
और तुझे क्या मैं अर्पण करूँ।
रूह अर्पित, जान अर्पित
जिस्म में चलती सांस अर्पित
कर दिए सारे अरमान अर्पित
अब और क्या मैं अर्पण करूँ।
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