इस पोस्ट की प्रेरणा मुझे खुशदीप जी की पोस्ट से मिली है. अभी १- २ दिन पहले उन्होंने पत्नियों को समझने के १० commandments बताये थे. जो बहुत मजेदार थे सबने बहुत आनंद उठाया ,परन्तु वो सिक्के का एक पहलू था , और दूसरा पहलू न दिखाया जाये तो ये बात तो ठीक नहीं .तब मैने वादा किया था खुशदीप से कि पतियों के गुण मैं बताती हूँ अब वादा किया था तो निभाना तो पड़ता ही… हाँ जरा देर जरुर हो जाती है .आखिर पति -पत्नी सिक्के के २ पहलू की तरह ही होते हैं…तो यहाँ मैने उसी दुसरे पहलू को रखने की कोशिश की है….किसी की भावनाएं आहत करना मेरा मकसद नहीं ..अत : कृपया कोई इसे अन्यथा न ले.
- .अगर पति बिना किसी कारण फूल लेकर आये तो उसके पीछे जरुर कोई कारण है……..- मोल्ली मैक गी
- पति नाम के प्राणी के पास बेशक एश्वर्या जैसी बीबी हो फिर भी उसकी नजर पड़ोस की काजोल पर ही होती है……. Anonymous
- पति आग की तरह होते हैं जिन्हें दायरे में न रखा जाये तो काबू से बाहर हो जाते हैं ………Zsa Zsa Gabor .
- पति पाना एक कला है और उसे टिका कर रखना एक कठिन कार्य ……..Simone De Beauvoir
- सुयोग्य पति पत्नी को सम्मान का अधिकारिणी बना देता है….. .मनुस्मृति
- पति और पत्नी पक्के और सच्चे साथी है . वे दोनों धर्म , अर्थ .काम , मोक्ष इन चारों पदार्थों की प्राप्ति के लिए सामूहिक प्रयास करते हैं ……...डा. राधाकृष्णन
- पत्नी पति की अर्धांगिनी और परम मित्र है .संसार में जिसका कोई सहायक ना हो ,उसका पत्नी जीवन यात्रा में साथ देती है…….महात्मा गाँधी
- केवल घर में रहने से कोई गृहस्थ नहीं होता .पत्नी के साथ रहने से मनुष्य गृहस्थ कहलाता है , जहाँ भार्या है वही घर है .भार्या विहीन घर तो वन तुल्य है …..बृहतपाराशर संहिता
- पतियों में दृष्टि होती है , पत्नियों में अंतर्दृष्टि …….विक्टर हुयुगो.
- पति वो जीव है जिसे रोटी दो तो हड्डी के लिए गुर्राता है ,पर दुत्कारो तो मिमियाता चला आता है…… . Anonymous
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